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Channel: गुड़ी पड़वा
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गुड़ी पड़वा से हिन्दू नववर्ष का शुभारंभ

गुड़ी पड़वा, हिन्दू नववर्ष के रूप में भारत भर में मनाया जाता है। इस दिन सूर्य, नीम की पत्तियां, अर्घ्य, पूरनपोली, श्रीखंड और ध्वजा पूजन का विशेष महत्व होता है।

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गुड़ी पड़वा के दिन नीम क्यों खाते हैं, जानिए

गुड़ी पड़वा के दिन नीम का रसपान किया जाता है। मंदिर में दर्शन करने वाले को नीम और शक्कर प्रसाद के रूप में मिलता है।

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नव-संवत्सर की शुभता और हिंदू नववर्ष

12 माह का एक वर्ष और 7 दिन का एक सप्ताह रखने का प्रचलन विक्रम संवत से ही शुरू हुआ। महीने का हिसाब सूर्य व चंद्रमा की गति पर रखा जाता है। विक्रम कैलेंडर की इस धारणा को यूनानियों के माध्यम से अरब और...

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नवसंवत्सर प्रतिपदा : श्रीखंड, पूड़ी और गुड़ी का उत्सव

त्योहार तो बस मनाने के लिए होते है... खुशी, मस्ती, जोश और अपनेपन की भावनाएं त्योहारों के माध्यम से अभिव्यक्त हो ही जाती हैं। फसलें काटने का त्योहार हो या फिर रामजी से जुड़े तथ्य हों, गुड़ी पड़वा वर्तमान...

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गुडी पड़वा विशेष : शाही पूरन पोली और चटपटी आमटी

सर्वप्रथम चने की दाल को कुकर में अच्छी तरह पका लें। पकी हुई दाल को सिलबट्टे या मिक्सर में पीस लें। अब इसमें शक्कर डालकर मध्यम आंच पर इतना पकाएं कि वह गाढ़ा हो जाए।

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गुड़ी पड़वा : नवीनता का शुभ संदेश देता है यह मंगल पर्व

कहा जाता है कि ब्रह्मा ने सूर्योदय होने पर सबसे पहले चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सृष्टि की संरचना शुरू की। उन्होंने इसे प्रतिपदा तिथि को प्रवरा अथवा सर्वोत्तम तिथि कहा था। इसलिए इसको सृष्टि का प्रथम दिवस...

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विक्रम की नगरी झूम उठी थी जब पूरे हुए थे विक्रम संवत् के 2000 साल

विक्रम संवत् 2072 आरंभ हो रहा है। लेकिन इतिहास के गवाक्षों से झांक रहा है वह दिन जब विक्रम संवत् 2000 पूरे होने के उपलक्ष्य में समूची विक्रम नगरी झूम उठी थी। और उसके साथ साथ महानगरों की धरा पर भी...

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हिन्दू नव वर्ष विक्रम संवत: कैसा होगा कीलक नाम संवत्सर

कीलक नाम संवत्सर के बारे में कहावत है कि यह जब भी आता है, तब फसलों को क्षति पहुंचाता है। अतिवृष्टि, अकाल जैसी स्थिति, चूहों से भय, कीट-पतंगों से फसलों को नुकसान होता है। प्रशासक व जनता में टकराव की...

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गुड़ी पड़वा विशेष : नव-सृजन, नवउल्लास का महोत्सव

श्रीखंड, पूरणपोळी और नीम के अजीबो-गरीब संयोग के साथ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को हम विक्रम संवत के नए साल के रूप में मनाते हैं। इस तिथि से पौराणिक और ऐतिहासिक दोनों ही मान्यताएं जुड़ी हुई हैं।...

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क्या आप जानते हैं संवत्सर का भव्य इतिहास

जिसे संवत्सर कहा गया है वह मोटे तौर पर ऋतुओं के एक पूरे चक्र का लेखाजोखा है। सामान्य धारणा है कि ऋतुएं सूर्य और पृथ्वी की स्थिति और अंतर्संबंधों के कारण आती-जाती है। पिछली शताब्दी तक विज्ञान भी यही...

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विक्रम संवत 2072 कैसा होगा देश के लिए

शनिवार, 21 मार्च 2015 से नवरात्रि के साथ हिन्दू नववर्ष गुड़ी पड़वा प्रारंभ हो रहा है। इस दिन सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। इस दिन नीम की पत्तियां, पूरनपोळी, ध्वजा आदि का विशेष महत्व होता है। चैत्र शुक्ल...

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गुड़ी पड़वा विशेष : परंपराओं से समझें पर्व की प्रकृति को

विक्रम संवत् का प्रथम मास है चैत्र व इसका प्रथम दिन गुड़ी पड़वा। इस दिन से हिन्दू व भारतीय परंपरानुसार नए वर्ष का प्रारंभ होता है। चैत्र का स्वागत करने की, ऋतु परिवर्तन को समझने की इसे उत्सव या पर्व...

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गुड़ी पड़वा : नव संवत्सर में जीवन का संदेश

कहा जाता है कि ब्रह्मा ने सूर्योदय होने पर सबसे पहले चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सृष्टि की संरचना शुरू की। उन्होंने इसे प्रतिपदा तिथि को प्रवरा अथवा सर्वोत्तम तिथि कहा था इसलिए इसको सृष्टि का प्रथम दिवस भी...

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नए वर्ष की कविता : ऋतु वार्षिकी

नए वर्ष की शुभ पाती है, राम जन्म कविता गाती है। गेहूं की बाली में दाने, आया चैत्र पुन: मुस्काने।। मिट्टी का घट खस का पानी,

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लाजवाब कूल-कूल आम्रखंड

सबसे पहले एक बर्तन में चक्का लेकर उसमें शक्कर मिलाएं। अब आम को छीलकर उसका ज्यूस बनाएं। आम को ऐसे ही फेंटें, इसमें पानी और दूध ना डालें। अगर ज्यादा ही आवश्यकता हो तो बिलकुल थोड़ा दूध मिला लें।।

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विक्रम संवत : सौरमंडल में कौन हैं राजा, किसे मिला मंत्री का पद

श्री विक्रम संवत 2073 आरंभ होने जा रहा है। इस वर्ष के राजा शुक्र हैं। 'नवयुग' का तृतीय 'सौम्य' नामक यह नया संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 8 अप्रैल सन् 2016 को है। इस दिन शुक्रवार है अत: शुक्रवार से प्रारंभ...

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गुड़ी पड़वा : हिन्दू नववर्ष का आरंभ, जानिए कैसे मनाएं

हिन्दू वर्ष नववर्ष का शुभारंभ चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होता है। चैत्र महीने के पहले दिन नए साल की शुरुआत के रूप में गुड़ी पड़वा मनाते हैं।

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गुडी पड़वा विशेष व्यंजन : लाजवाब आम्रखंड

सबसे पहले एक बर्तन में चक्का लेकर उसमें शक्कर मिलाएं। अब आम को छीलकर उसका ज्यूस बनाएं (आम को ऐसे ही फेंटें, इसमें पानी और दूध ना डालें। अगर ज्यादा ही आवश्यकता हो तो बिलकुल थोड़ा दूध मिला लें।)।

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गुडी पड़वा व्यंजन : शाही पूरन पोली और चटपटी आमटी

सबसे पहले चने की दाल को कुकर में अच्छी तरह पका लें। पकी हुई दाल को सिलबट्टे या मिक्सर में पीस लें। अब इसमें शक्कर डालकर मध्यम आंच पर इतना पकाएं कि वह गाढ़ा हो जाए।अब इसे ठंडा होने दें।

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जानिए संवत्सर क्या है... ?

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा 'वर्ष प्रतिपदा' कहलाती है। इस दिन से ही नया वर्ष प्रारंभ होता है। इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया था। इसमें मुख्यतया ब्रह्माजी और उनकी निर्माण की हुई सृष्टि

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