विक्रमादित्य : जिनका संवत् आज भी प्रचलित है
महाराज विक्रमादित्य बड़े पराक्रमी, यशस्वी, विद्वान, वीर एवं प्रजावत्सल शासक थे। इन्होंने विक्रम संवत् को शास्त्रीय विधि से प्रचलित किया। कहा जाता है कि उन्होंने अपनी संपूर्ण प्रजा के संपूर्ण ऋण को अपने...
View Articleयहां मारा जाता है गुड़ी पड़वा के दिन रावण
आपको ज्ञात होगा कि देशभर में दशहरे पर रावण दहन होता है। लेकिन एक गांव ऐसा है, जहां हिन्दू नववर्ष की शुरुआत रावण दहन के साथ की जाती है। बरसों से यहां के लोग इस अनूठी परंपरा का निर्वाह करते आए हैं।
View Articleगुड़ी पड़वा : क्या करें इस दिन, जानिए 10 जरूरी बातें
गुड़ी पड़वा या नव संवत्सर के दिन प्रातः नित्य कर्म कर तेल का उबटन लगाकर स्नान आदि से शुद्ध एवं पवित्र होकर हाथ में गंध, अक्षत, पुष्प और जल लेकर देश काल के उच्चारण के साथ सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
View Articleगुड़ी पड़वा और चैत्र प्रतिपदा व्रत का क्या मिलता है फल
गुड़ी पड़वा और चैत्र प्रतिपदा का भारतीय संस्कृति में अत्यंत महत्व है। इस दिन व्रत करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
View Articleनवसंवत्सर पर 136 देव का पूजन करें, जानिए कैसे
गुड़ी पड़वा के दिन 136 देवों को प्रसन्न किया जा सकता है। शास्त्रों में उनके मंत्र दिए गए हैं। पढ़ें विस्तार से...
View Articleनवसंवत्सर : श्रीखंड, पूड़ी और गुड़ी का उत्सव
त्योहार तो बस मनाने के लिए होते है। खुशी, मस्ती, जोश और अपनेपन की भावनाएं त्योहारों के माध्यम से अभिव्यक्त हो ही जाती हैं। फसलें काटने का त्योहार हो या फिर रामजी से जुड़े तथ्य हों, गुड़ी पड़वा वर्तमान...
View Articleविक्रम संवत् 2074 के राजा मंगल और मंत्री होंगे बृहस्पति, जानिए क्या होगा...
सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को नवविक्रम संवत् (2074) का प्रारंभ होता है, जो कि इस वर्ष 28 मार्च से प्रारंभ हुआ। यह अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होता है। संवत् अर्थात वर्ष...
View Articleहिन्दू नववर्ष : नवसंवत्सर पर दोहे...
'साधारण' के नाम का, नवसंवत्सर है वर्ष, चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा, नूतन-नवल-सहर्ष। राजा मंगल जानिए, मंत्री गुरु का साल, समरसता जग में बढ़े, होंगे नहीं बवाल।
View Articleगुड़ी पड़वा विशेष : मानव देह का प्रतीक है गुड़ी
'गुड़ी पड़वा', चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक। सोने की लंका जीत राम के अयोध्या लौटने का दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा। जब अयोध्यावासियों ने गुड़ी तोरण लगाकर अपनी खुशी का...
View Articleगुड़ी पड़वा : विजय का संदेश देता पर्व
गुड़ी यानी विजय पताका। भोग पर योग की विजय, वैभव पर विभूति की विजय और विकास पर विचार की विजय। मंगलता और पवित्रता को वातावरण में सतत प्रसारित करने वाली इस गुड़ी को फहराने वाले को आत्मनिरीक्षण करके यह देखना...
View Articleनव, नवीन, नूतन के स्वागत का पर्व है गुड़ी पड़वा
पतझड़ और वसंत साथ-साथ आते हैं। प्रकृति की इस व्यवस्था के गहरे संकेत-संदेश हैं। अवसान-आगमन, मिलना-बिछुड़ना, पुराने का खत्म होना-नए का आना... चाहे यह हमें असंगत लगते हों, लेकिन हैं ये एक ही साथ...। एक ही...
View Articleहिन्दू नया वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही क्यों मनाएं ?
शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही चंद्र की कला का प्रथम दिवस है। अतः इसे छोड़कर किसी अन्य दिवस को वर्षारंभ मानना उचित नहीं है।
View Articleमहाराष्ट्र में हर्षोल्लास से मना गुड़ी पड़वा उत्सव (फोटो)
समूचे महाराष्ट्र में धर्मप्राण जनता ने नवसंवत्सर 2074 और गुड़ीपड़वा के शुभ अवसर पर विविध तरीकों से पर्व मनाया और प्रसन्नता जाहिर की। मंगलमयी त्योहार पर कहीं खूबसूरत विशाल रंगोलियां बनाई गई तो कहीं...
View Article18 मार्च 2018 को है गुड़ी पड़वा : जानिए पर्व का महत्व
इस दिन से हिन्दुओं का नववर्ष आरंभ होता है, कहा जाता है महान गणितज्ञ भास्कराचार्य द्वारा इसी दिन से सूर्योदय से सूर्यास्त तक दिन, मास और वर्ष की गणना कर पंचांग की रचना की गई थी।
View Articleनववर्ष का राजा सूर्य व मंत्री होंगे शनि, छाएगी चारों ओर खुशहाली...
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा पर 18 मार्च, रविवार को विक्रम संवत 2075 का आरंभ होगा। इस नववर्ष विरोधकृत संवत्सर रहेगा जिसका राजा सूर्य तथा मंत्री शनिदेव होंगे।
View Articleहिन्दू नववर्ष पर कैसे करें पूजन, जानिए 12 काम की बातें...
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवसंवत्सर का आरंभ होता है, इसी तिथि से पितामह ब्रह्मा ने सृष्टि निर्माण प्रारंभ किया था। धार्मिक शास्त्रों में यह अत्यंत पवित्र तिथि मानी गई है। आइए जानें गुड़ीपड़वा, हिन्दू...
View Articleनवसंवत्सर के दिन पूजन करने से क्या मिलता है फल, जानिए...
नवसंवत्सर पूजन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उस दिन उदय में जो वार हो, वही उस वर्ष का राजा होता है। चैत्र ही एक ऐसा माह है जिसमें वृक्ष तथा लताएं पल्लवित व पुष्पित...
View Articleनव-संवत्सर के दिन क्या करें
घर को ध्वजा, पताका, तोरण, बंदनवार, फूलों आदि से सजाएँ व अगरबत्ती, धूप आदि से सुगंधित करें।दिनभर भजन-कीर्तन कर शुभ कार्य करते हुए आनंदपूर्वक दिन बिताएँ।सभी जीव मात्र तथा प्रकृति के लिए मंगल कामना...
View Articleनूतन और अभिनंदन का पर्व है गुड़ी पड़वा
संत ऋतु का पहला हिस्सा पतझड़ का हुआ करता है... पेड़ों, झाड़ियों, बेलों और पौधों के पत्ते सूखते हैं, पीले होते हैं और फिर मुरझाकर झड़ जाते हैं। उन्हीं सूखी, वीरान शाखाओं पर नाजुक कोमल कोंपलें आनी शुरू हो...
View Articleसांस्कृतिक सुंदरता का शुभ पर्व है गुड़ी पड़वा
चैत्र माह से हिन्दू नववर्ष आरंभ होता है। सूर्योपासना के साथ आरोग्य, समृद्धि और पवित्र आचरण की कामना की जाती है।
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