प्रतिपदा की 15 पौराणिक मान्यताएं, आपको जरूर पता होना चाहिए
'स्मृत कौस्तुभ' के मतानुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को रेवती नक्षत्र के 'विष्कुंभ योग' में भगवान श्री विष्णु ने मत्स्यावतार लिया था।
View Articleगुड़ी-पड़वा पर होगा स्वयंसिद्ध मुहूर्त, पूरा दिन कर सकते हैं शुभ काम
18 मार्च को वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर स्वयंसिद्ध मुहूर्त रहेगा। सनातन धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व होता है।
View Articleनव-संवत्सर की शुभता और दुर्लभ पौराणिक तथ्य
राजा विक्रमादित्य के काल में भारतीय वैज्ञानिकों ने इन सबसे पहले ही भारतीय कैलेंडर विकसित किया था। इस कैलेंडर की शुरुआत हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से मानी जाती है।
View Articleगुड़ी पड़वा : आनंद, विजय और परिवर्तन का उत्सव
गुड़ी पड़वा एक ओर आनंद का उत्सव है तो दूसरी ओर विजय और परिवर्तन का प्रतीक भी है। कृषकों के लिए इसका विशेष महत्व है। आंध्रप्रदेश में इसे उगादि (युगादि) तिथि अर्थात युग का आरंभ के रूप में मनाया जाता है।
View Articleगुड़ी पड़वा : क्या करें इस दिन, जानिए काम की बातें
इस दिन नया वस्त्र धारण करना चाहिए तथा घर को ध्वज, पताका, बंदनवार आदि से सजाना चाहिए।
View Articleसृजन और संकल्प का मंगल पर्व है नव संवत्सर
यही समय है नए के सृजन का, वंदन, पूजन और संकल्प का... जब सृष्टि नए का निर्माण करती है, आह्वान करती है, तब ही सांसारिक दुनिया भी नए की तरफ कदम बढ़ाती है।
View Articleगुड़ी यानी विजय पताका, पढ़ें विशेष आलेख
गुड़ी यानी विजय पताका। भोग पर योग की विजय, वैभव पर विभूति की विजय और विकार पर विचार की विजय।
View Articleवर्ष प्रतिपदा नवसंवत्सर : इतिहास के दर्पण में
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था और इसी दिन भारत वर्ष में काल गणना प्रारंभ हुई थी। कहा है कि :-
View Articleगुड़ी पड़वा के दिन नीम क्यों खाते हैं...
मंदिर में प्राप्त नीम और शक्कर के प्रसाद के पीछे अति मधुर भावना छिपी होती है। जीवन में कभी सुख या दुख अकेले नहीं आते। सुख के पीछे ही दुख होता है और दुख के पीछे सुख आता है।
View Articleगुड़ी पड़वा के दिन 136 देव का पूजन करें, जानिए कैसे
गुड़ी पड़वा के दिन 136 देवों को प्रसन्न किया जा सकता है। शास्त्रों में उनके मंत्र दिए गए हैं। पढ़ें विस्तार से...
View Articleक्यों मनाएं चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही नया वर्ष?
शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही चंद्र की कला का प्रथम दिवस है। अतः इसे छोड़कर किसी अन्य दिवस को वर्षारंभ मानना उचित नहीं है।
View Article6 अप्रैल को है गुड़ी पड़वा : जानिए पर्व में छुपा संदेश
गुड़ी पड़वा हिन्दू नववर्ष के रूप में भारत में मनाया जाता है। इस वर्ष यह 6 अप्रैल 2019 को आ रहा है। इस दिन सूर्य, नीम पत्तियां,अर्घ्य, पूरनपोली, श्रीखंड और ध्वजा पूजन का विशेष महत्व होता है।
View Articleइतिहास के दर्पण में नव संवत्सर यानी हिन्दू नववर्ष
ब्रह्म पुराण के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था और इसी दिन भारत वर्ष में काल गणना प्रारंभ हुई थी।
View Articleगुड़ी पड़वा विशेष : गुड़ी बनाकर समझें अपनी देह और जीवन को
गुड़ी मानव देह की प्रतीक है। इस एक दिन के त्योहार में आपको आदर्श जीवन के प्रतिबिंब नजर आते हैं। 'गुड़ी' की लाठी को तेल, हल्दी लगा गर्म पानी से नहलाते हैं।
View Articleकब है गुड़ी पड़वा, कौन हैं इस वर्ष के राजा, क्या है इस संवत्सर का नाम, सब...
जिस दिन से संवत्सर की शुरुआत होती है, वह दिन या दिनाधिपति उस वर्ष का राजा होता है।
View Article2019-2020 नव संवत्सर में जन्मे जातक का चरित्र और वर्षफल, जानिए चौंकाने वाली...
6 अप्रैल 2019 से चैत्र माह की प्रतिपदा से भारत का नववर्ष प्रारंभ हो रहा है। इस दिन से विक्रम संवत 2075 की समाप्ति और 2076 का प्रारंभ होगा। इसी दिन से नवरात्रि पर्व भी प्रारंभ होगा। जानिए इस वर्ष में...
View Articleगुड़ी पड़वा पर आमंत्रित कर लें मां लक्ष्मी को, 11 सच्ची कौड़ियां कर देंगी...
आइए जानें 6 अप्रैल को आने वाली गुड़ी पड़वा पर कौड़ियों के प्रयोग से कैसे बन सकते हैं मालामाल...
View Articleअत्यंत पवित्र तिथि है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, इस दिन से होता है हिन्दू नववर्ष...
नवसंवत्सर का आरंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है, यह अत्यंत पवित्र तिथि है। इसी तिथि से पितामह ब्रह्मा ने सृष्टि निर्माण प्रारंभ किया था।
View Articleगुड़ी पड़वा के दिन 136 देवता देते हैं शुभ आशीष, जानिए उनके मंत्र
गुड़ी पड़वा के दिन 136 देवों को प्रसन्न किया जा सकता है। शास्त्रों में उनके मंत्र दिए गए हैं। पढ़ें विस्तार से...
View Articleक्या आप जानते हैं कौन सा संवत लगने वाला है गुड़ी पड़वा से, जानिए नववर्ष का...
हमारे सनातन धर्म व हिन्दू परंपरा में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्ष का प्रारंभ होता है। जिसे गुड़ी-पड़वा कहते हैं। इस दिन सभी हिन्दू धर्मावलंबियों को अपने घर में 'गुड़ी' की स्थापना करनी चाहिए।
View Article